मयूर प्रभा में आपका स्वागत है; यह मयूर प्रभा मयूर विद्यालय के सुकोमल हाथों से लिखे उन प्रतिभाशाली और जिज्ञासु छात्रों के लेखों, कविताओं, संस्मरणों, कहानियों का संकलन किया गया है, जिनकी प्रतिभा अपनी पहचान पाने हेतु प्रतीक्षारत है। यहाँ पर विद्यार्थियों के लेखों में कदाचित संग्रहित अथवा अन्य विषयवस्तु से प्रोत्साहित शब्दावली का बोध हो या विषयवस्तु की आवृत्ति देखने को मिले परन्तु उसे अन्यथा न समझकर प्रोत्साहित करने का प्रयास करेंगे यह आशा है। सधन्यवाद डॉ. राजेन्द्र द्विवेदी मयूर विद्यालय
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Wow!!!
ReplyDeleteGood Job!
ReplyDeletewooow goood job
ReplyDeleteExcellent
ReplyDeleteबधाई हो, Ms. उष्मा और अन्य सभी शिक्षकों, यहां तक कि छात्रों को भी। आप सभी ने हमें गौरवान्वित किया।
ReplyDelete"आपका भाषण हिंदी की समृद्धि और उससे जुड़े हमारे सांस्कृतिक धरोहर को आकर्षक रूप से प्रस्तुत करता है। आपने हिंदी भाषा के महत्व को बहुत अच्छी तरह से समझाया है और यह प्रेरणादायक है कि हम अपनी मातृभाषा को और अधिक बढ़ावा दें। आपकी मेहनत और उत्साह को देखकर यह स्पष्ट होता है कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी पहचान और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। धन्यवाद!"
ReplyDeleteइस टिप्पणी से आप व्यक्त कर सकते हैं कि भाषण ने आपको कितना प्रभावित किया है और हिंदी के प्रति आपके प्रेम को भी दर्शा सकते हैं।
wow ! so good
ReplyDelete😎
ReplyDeletewonderful!
ReplyDelete😑
ReplyDelete😮💨
ReplyDeletevery good
ReplyDeleteexcellent
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