Monday, December 17, 2018

मयूर प्रभा में आपका स्वागत है

मयूर प्रभा में आपका स्वागत है 
यह मयूर प्रभा मयूर विद्यालय के सुकोमल हाथों से लिखे; सुकोमल पत्तों के समान चमकीले और नवीन ज्ञान का संग्रह है। यहाँ उन प्रतिभाशाली और जिज्ञासु छात्रों के लेखों, कविताओं, संस्मरणों, कहानियों का संकलन किया  गया है, जिनकी प्रतिभा अपनी पहचान पाने हेतु प्रतीक्षारत है।  मयूर प्रभा उन प्रतिभाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जो बिना किसी बंधन के स्वविचारों को स्वतन्त्र रूप से प्रकट करना चाहते हैं।
यहाँ पर विद्यार्थियों के लेखों में कदाचित संग्रहित अथवा अन्य विषयवस्तु से प्रोत्साहित शब्दावली का बोध हो  या विषयवस्तु की आवृत्ति देखने को मिले परन्तु उसे अन्यथा न समझकर प्रोत्साहित करने का प्रयास करेंगे यह आशा है।
यह मंच किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए  किसी भी प्रकार का समर्थन या प्रोत्साहन नहीं करता।
कदाचित अज्ञानतावश यदि कोई ऐसा विषय या प्रकरण आ जाए तो तदर्थ क्षमा प्रार्थी हैं  तथा सुझाव एवं सूचना हेतु स्वागतोन्मुख हैं ।

सधन्यवाद
डॉ. राजेन्द्र द्विवेदी